विश्वनाथ त्रिपाठी
व्यूरो प्रभारी प्रतापगढ़
समाज सेवी कृष्ण चंद्र त्रिपाठी का भौतिक शरीर कल प्रयागराज के दशाश्वमेध धाट पर अग्नि को समर्पित कर दिया गया | श्री त्रिपाठी प्रतापगढ़ जनपद के सिया पूरे चंदई गाव के निवासी थे | उनके पिता श्रीकांत त्रिपाठी प्रयागराज मे ही रेलवे के अधिकारी थे जो एक धार्मिक व समाज सेवी प्रकृति के सदाचारी व्यक्ति थे |
बचपन से ही पिता के साथ रहने के कारण श्री त्रिपाठी भी उन्ही की प्रवृत्ति मे ढलने लगे |
उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्व विद्यालय से प्राप्त करने के बाद समाज सेवा के साथ नौकरी की तैयारी करके युनाइटेड कामर्शियल बैक इलाहाबाद मे प्रबंधक बन गये लेकिन समाज सेवा का व्रत नहीं तोड़ा | तीर्थराज प्रयाग मे रह कर साधु संतो के साथ गरीबो के लिए अन्न वस्त्र का वितरण करते | धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजनों मे बढ़चढ़ कर भाग लेना उनका स्वभाव बन गया था |
अपने पीछे तीन पुत्र व तीन पुत्रियों के साथ नाती पोतो से भरा सुखमय परिवार छोड़ गये | बड़ा पुत्र हर्षवर्धन मीडिया मे राजनीतिक विश्लेषक के नाते बेबाक टिप्पणी कार के रूप मे ख्यातिप्राप्त है और मझला ठेकेदार तथा छोटा बैंक का अधिकारी है एक बेटी प्रवक्ता पद पर कार्यरत है वाकी दो कुशल परास्नातक के साथ सवाल गृहणी का दायित्व निर्वहन कर रही है |
अन्तयेष्टि के समय नगर के गणमान्य लोगो के साथ गाँव के सैकड़ो लोग अंतिम विदाई मे सम्मिलित थे |