दरभंगा ।
मुरारी झा ।
बिहार के 110 वाँ वर्षगांठ के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय महथौर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभातफेरी के साथ किया गया। बैनर पोस्टर लेकर बच्चे नारे लगाते हुये पूरे गांव का भ्रमण किया। प्रभातफेरी के बाद विद्यालय केंपस में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में शिक्षक, बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन करते हुये शिक्षक डाँ. एस. बालक ने कहा कि बिहार दिवस मनाने की प्रासंगिकता तभी सिद्ध होगी जब हम बिहार के खोई हुई प्राचीन वैभवशाली शिक्षा व्यवस्था को पुनः जीवित करेंगे। बिहार सरकार बिहार की शिक्षा व्यवस्था को ऊँचाइयों पल ले जाना चाहती है। हम सभी शिक्षक को मिलकर सरकार के इन सपनों को सकार करना होगा। शिक्षक संघ मूल के प्रखंड सह अनुमंडल अध्यक्ष सलाउद्दीन कमर ने कहा कि शिक्षक अपना कर्तव्य का निर्वहन करें। अपने भविष्य की चिंता न करें। शिक्षक संघ मूल शिक्षक के हक अधिकार के लिये लड़ रही है। शिक्षिका सीमी कुमारी ने कहा कि हम शिक्षक अपनी सारी ऊर्जा बच्चे के भविष्य संवारने में लगा दे। बच्चे का भविष्य संवारने से ही बिहार का भविष्य संवरेगा। प्रधानाध्यापक लालो मोची ने अभिभावकों को संबोधित करते कहा कि यह बच्चा सिर्फ़ आपका भविष्य नहीं है। यह पूरे समाज और देश का भविष्य है। इसे संवारने में आप हमें सहयोग करें। समय पर बच्चों को विद्यालय भेजे। बच्चे के साफ-सफाई पर ध्यान दे, हम आपके बच्चों का उज्ज्वल भविष्य बनाकर सौपेंगे। धन्यवाद ज्ञापन करते शिक्षक सुशील कुमार ने कहा कि हम शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। अभिभावक भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे, तभी बिहार दिवस की सार्थकता सिद्ध होगी। कार्यक्रम में गांव के मुख्य और प्रतिष्ठितके लोग उपस्थित होकर अपनी-अपनी बातें रखी। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनेक लोग अपनी सहभागिता प्रदान की।