वतन की आवाज नोएडा: 07 जुलाई 2019.
भारतीय योग संस्थान के द्वारा लगातार शुद्धि क्रिया अभ्यास का अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत आज नोएडा सेक्टर 36 मे इस क्रिया का अभ्यास करवाया गया। 40 से अधिक साधक तथा साधिकओं ने इस अभ्यास को कर स्वास्थ्य का लाभ लिया। संस्थान के प्रशिक्षित योग साधक के निगरानी मे यह अभ्यास करवाया गया। नोएडा के सेक्टर 36 को योग के लिए आदर्श कक्षा का माना जाता है।
नोएडा के इस आदर्श कक्षा मे आज जलनेति, सुत्रनेति एवं नेत्र प्रलाक्षण का अभ्यास करवाया गया। पूरे अभ्यास को संस्थान के द्वारा प्रशिक्षित योग गुरू ने अपने देख रेख मे करवाया। इस अवसर पर श्री मुकेश वाष्णेय जी, श्री विजय कुमार जी तथा अभिषेक जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के संचालन कर रहे योग गुरू ने बताया की जलनेति एवं सुत्रनेति से विभिन्न प्रकार के बीमारी (रोग) को दूर किया जा सकता है। भारतीय योग संस्थान के द्वारा यह अभ्यास नियमित रुप से हर साल बरसात से पहले करवाया जाता है। ऐसे तो हर सप्ताह मे एक बार इस अभ्यास को जरूर करना चाहिए।
जलनेति एवं सुत्रनेति का अभ्यास से आँख , कान , नाक आदि सभी दोष नेति क्रिया से कटते है। प्रदूषण से जो मैल श्वास के द्वारा अन्दर जाता है, जैसे – धूल, धुआँ तथा विषैले गैस आदि के मल को नेति उखाड़ कर बाहर निकालने की क्षमता रखती है। नेति क्रिया से नेत्र-ज्योति बढ़ती है। बहरापन ठीक होता है। नजला, दाँत , टाँसिल साइनस. डिप्थीरिया, खांसी , दमा, कण्ठमाली जैसे रोग नेति से ठीक होते है। साथ ही इससे से सिर के पीड़ा भी दूर होती है। इस अवसर पर नेत्र प्रलाक्षण (आँखों की सफाई) का अभ्यास करवाया गया।
आप इसका अभ्यास को किसी प्रशिक्षित योग गुरु के सानिध्य मे ही करे। किसी प्रकार के विडियों या सीधे किसी भी बुक देखने के बाद न करे। हार्ट के समस्या हो तो भी इस अभ्यास को नही करना चाहिए।
कार्यक्रम के समापन शांति पाठ के द्वारा किया गया।