समाज जागरण
नोएडा प्राधिकरण अतिक्रमण हटाती नही है उसे शिफ्ट कर देती है। नोएडा सेक्टर 82 में भी कुछ ऐसा ही हाल है आजकल। नये बन रहे बस पड़ाव के सामने से हटाये गए फल की दुकानों को अब उसके सामने सेक्टर 82 के ग्रीन एरिया में शिफ्ट कर दिया गया है जिसके कारण उस सर्विस लेन से आने जाने वाले वाहनों को दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। आलम ये है कि पहले तो एक तरफ था और अब दोनो तरफ दुकाने लगने लगी है वह भी स्थायी।
बात वही है जब सइया भये हवलदार तो डर काहे की। एक तरफ लाइसेंसी वेंडर पर बुल्डोजर चलाये जा रहे है वही दूसरी तरफ वर्षो ये यह दुकान स्थायी रूप से दुकान बनाये बैठे है। यहाँ से 100 मीटर की दूसरी पर सेक्टर 110 की पुलिस चौकी है तो वही 800 मीटर पर पुलिस कमीशनर की आफिस। लगता है प्राधिकरण के सर्किल आफिसर कभी यहाँ से गुजरते ही नही होंगे या फिर जानबुझकर अनदेखी कर रहे है साहब।
बताते चले कि पथ विक्रेता अधिनियम 2014 के अनुसार किसी भी वेंडर को 2X2 की दुकान ही लगाने की अनुमति है। लेकिन यहाँ तो 5 मीटर से ज्यादा की स्थायी दुकान बना हुआ है। दूसरी बात इन लोगों के पास में आज तक वेंडिंग लाइसेंस भी नही है, सबसे महत्वपूर्ण बात बिना वेंडिंग जोन के ही यह दुकान फल फुल रहे है। भले ही ठेली पटरी वालों पर डंडा बरसाये जाते हो लेकिन इस अतिक्रमण पर प्राधिकरण का कोई ध्यान नही है।
प्राधिकरण को चाहिए कि इस अवैध अतिक्रमण को वैध करके इनको लाइसेंसिंग प्रक्रिया से जोड़ा जाय और इनके लिए किराया सुनिश्चित किया जाय । ताकि अवैध अतिक्रमण से भी प्राधिकरण को राजस्व की प्राप्ति हो बजाय इसके कि वहाँ लेन-देन करके दुकान लगाये जा रहे है। बिना लेने देन के आप नोएडा जैसे विकास प्राधिकरण में एक दिन भी दुकान नही लगा सकते तो यह दुकान वर्षों से कैसे चल रहे है ?
प्राधिकरण यह भी बताये कि क्या इनके पास में कोर्ट आर्डर है या फिर इन्होने भी वेंडिंग जोन के लिए अप्लाइ किया हुआ है ? अगर ऐसा नही है तो किस बिना पर शहर के पौष एरिया में यह दुकान चलाये जा रहे है।