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रावेंद्र शुक्ला
जिला ब्यूरो
दैनिक समाज जागरण
गाजियाबाद। हेट स्पीच मामले में जेल में बंद जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरी 17 फरवरी की शाम 06:30 बजे हरिद्वार जेल से रिहा हो गए। हरिद्वार की जिला न्यायाधीश कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी स्वीकार कर ली। जेल से छूटते ही नरसिंहानंद गिरी हरिद्वार के उसी सर्वानंद घाट पर आकर बैठ गए हैं, जहां से उनको गिरफ्तार किया गया था।
उन पर महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी करने का भी आरोप है। वह इस मामले में 16 जनवरी से जेल में बंद थे।
नरसिंहानंद का कहना है कि जब तक जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जेल से रिहाई नहीं होती, तब तक वे यहां से न तो हटेंगे और न ही वापस जाएंगे। हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर 2021 तक धर्म संसद चली थी। इसमें एक समुदाय को खत्म करने जैसी बातें कथित तौर पर कही गई। २३ दिसंबर 2021 को हरिद्वार पुलिस ने नरसिंहानंद गिरी, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के खिलाफ हेट स्पीच का मामला दर्ज किया।
इसके बाद एफआईआर में स्वामी धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा पूजा उर्फ शकुनि पांडे, सागर सिंधुराज महाराज के नाम शामिल किए गए।पुलिस ने इस मामले में 13 जनवरी को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी और फिर 16 जनवरी को नरसिंहानंद गिरी को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद नरसिंहानंद गिरि पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें महिलाओं के लेकर अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोप उन पर था।
जेल से छूटते ही गंगा घाट पर बैठे यति नरसिंहानंद*
बोले- जब तक वसीम रिजवी की रिहाई नहीं, तब तक न उठूंगा न वापस जाऊंगा*
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