आखिर किसके वरदहस्त से लहरपुर में बिक रही स्मैक
लहरपुर(सीतापुर)- लहरपुर संतो,साधुओं,मौलवी,पादरियों की पावन धरती जहाँ पर सिर्फ भजन और अजानों की आवाजों का नशा व्यक्तियों के सिर चढ़कर बोलता था और भगवान की भक्ति में लहरपुरवासी मदमस्त रहते थे और चारो तरफ लहरपुर में शांति थी।लोगो की जुबां पर राम और रहीम का नाम रहता था।
लेकिन आज वर्तमान समय मे लहरपुर ऐसे स्मैक नशे व चिप्पड़ की गर्त में समा चुका है मानो की स्मैक ही युवाओं का जीवन बन गया हो।
आज लहरपुर में खुलेआम स्मैक बिक रही है और खुले आम चिप्पड़ गांजा व मेडिकल स्टोरों पर नशे के इंजेक्शन व टेबलेट बिक रही है और भारत की नींव को हिलाने में विभीषिका साबित हो रही है।सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस प्रशासन स्मैकियों पर कोई कार्यवाही नही करती है जिससे चोरी और लूट की वारदातें बढ़ गयी है और इन स्मैकियों पर कार्यवाही बिल्कुल नही की जाती है।
जब कप्तान आरपी सिंह सीतापुर के कप्तान बने तो लोगो ने यह उम्मीद जताई थी कि अपराधियों व नशा बांटने वालों पर कार्यवाही करके सलाखों के पीछे भेजेगें लेकिन सब मामला धुंए की तरह हवा में उड़ गया।
आज नशे की वजह से कई माताओं की खोंखे उजड़ गयी कई बच्चे यतीम हो गए कई परिवार तबाह हो गए किंतु प्रशासन के आज तक कान में जूं नही रेंगी।
जिन युवाओं को अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करना चाहिए वह व्यक्ति आज नशे में चूर है।
प्रशासन द्वारा स्मैक विक्रेताओं पर कार्यवाही न करने की वजह से आज लहरपुर का दूसरा नाम स्मैक नगर भी पड़ रहा है।क्या ऐसे अभद्र नामो से सुशोभित करने के लिए प्रशासन मूक दर्शक बना है।एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लहरपुर सकरन क्षेत्र में स्मैक विक्रेताओं का बोलबाला है। अब सबसे बड़ा मुद्दा यह उठता है कि प्रशासन सब कुछ देखते हुए मौन बैठेगा या कुछ कार्यवाही भी करेगा।
कप्तान आरपी सिंह के लिए चुनौती बने लहरपुर के अवैध स्मैक विक्रेता
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