बैठकी “आतंकवाद से भी खतरनाक, जातिवाद” ~~~~~ शाम के साढ़े छ: बज रहे, मैं थोड़ी देर…
Category: साहित्य
“आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद”
बैठकी “आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद” ~~~~~~ देख रहे हैं न, आपलोग! हमारे देश के एआईएमआईएम…
“आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद-14”
बैठकी “आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद-14″ ~~~~~ बैठकी में जमते हीं कुंवरजी शुरू हो गये— ”…
“आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद-12”
बैठकी “आतंकवाद से भी खतरनाक जातिवाद-12” ~~~~~~ नित्य की तरह बैठकी जम गई! ए सरजी, आज…
वाह रे ! ! छापामारी
बैठकी ( वाह रे ! ! छापामारी) ~~~~~~ ऐ भाई, आजकल टीवीया प रोजे, कतहीं ना…
सूरज के रथ का दाहिना घोड़ा
एक था राजा, एक थी रानी। उनके पास सिपाही, घोड़े, दास-दासियाँ, धन दौलत—सबकुछ था, सिर्फ उन्हें…
नीलकमल और लालकमल
एक राजा की दो रानियाँ थीं। उनकी एक रानी राक्षसी थी, पर यह बात किसी को…
शैतान के तीन सोने के बाल
बहुत पुराने समय की बात है। एक बहुत गरीब औरत ने एक सुंदर बेटे को जन्म…
सोने की चिड़िया
बहुत पुराने ज़माने की बात है एक राजा था। उसके महल में एक बहुस सुन्दर बाग…